राम गिड्डे: “The earth laughs in flowers.”
बोम्बल्या फकीर: अजंठा सातमाळ ............
बोम्बल्या फकीर: किल्ले राजगड ...........
बोम्बल्या फकीर: चढ़त तुरंग चतुरंग साजी शिवराज, चढत प्रताप दिन, दिन अति अंग में, भूषण चढत मर हट्टन के चित्तजाव,खग्गकुली चढत हे अरिन के अंग में !! भौसिला के हात गडकोट हे चढत अरी, जोट हे चढत एक मेरुगिरी स्रिंग में, तुरकान गनव्योम यान हे चढत बिनु, मान हे चढत बद रंग अवरंग मे
बोम्बल्या फकीर: भेटी लागी जीवा………